Difference Between Lohri and Makar Sankranti in Hindi 2021
बहुत से लोगों की मान्यता होती है कि मकर संक्रांति और लोहड़ी यह दो त्यौहार आपस में एक जैसे होते हैं। तो उनकी इस परेशानी का हल मैं लेकर आया हूं और मैं यह पूरी तरीके से क्लियर कर दूंगा कि मकर संक्रांति और लोहड़ी का त्योहार दोनों ही अलग-अलग त्योहार है।
2021 Makar Sankranti and Lohri in Hindi
मकर संक्रांति और लोहड़ी का त्यौहार भारतीय त्योहारों में से हैं और यह प्रत्येक वर्ष भारतीय द्वारा मनाए जाते हैं। यह दोनों त्यौहार प्राचीन कथाओं पर आधारित है। लोहड़ी और मकर संक्रांति का त्यौहार आपस में एक दूसरे से संबंधित नहीं है। मकर संक्रांति का त्यौहार लोहड़ी से बिल्कुल अलग है। मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी, तिल के लड्डुओं का त्यौहार माना जाता है। जबकि लोहड़ी का त्यौहार मूंगफली, गजक, रेवड़ी आदि का त्योहार माना जाता है।
Information About Lohri 2021 in Hindi
13 जनवरी 2021 में लोहड़ी का त्यौहार मनाया जाएगा और लोहड़ी का त्यौहार अधिकतर पंजाबी लोगों द्वारा मनाया जाता है।
लोहड़ी बनाने के लिए एक खाली जगह पर काफी लकड़ियां इकट्ठी करके उसके ऊपर उपले डालकर तथा उसमें आग लगाकर उसके चारों तरफ गाने गाए जाते हैं और डांस किया जाता है और लख लख बधाइयां दी जाती है। लोहड़ी की जिसमें मूंगफली, गजक, रेवड़ी आदि अपने रिश्तेदारों दोस्तों आदि को बांटी जाती है। लोहड़ी का त्यौहार साल में एक बार आता है और यह ठंड की फसलों के बाद मनाया जाता है। इस त्यौहार की मान्यता बहुत विख्यात रूप से है।
Information About Makar Sankranti 2021 in Hindi
मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी 2021 को मनाया जाने वाला है। यह तो हर हिंदू धर्म में मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन भगवान सूर्य देव का मकर राशि के अंदर आना और अपने बेटे शनिदेव से मिलना है। शनि और सूर्य देव का आपस में पिता और बेटे का रिश्ता है जिसमें की शनिदेव और सूर्यदेव की आपस में बनती नहीं थी, परंतु मकर संक्रांति का दीपक सा दिवस होता है जिसमें शनिदेव की प्रिय राशि मकर राशि में सूर्य देव को आना ही पड़ता है। जिसके कारण हमें यह प्रतीत होता है कि यह एक पिता का अपने पुत्र से मिल ने का त्यौहार है।
मकर संक्रांति का त्यौहार 14 जनवरी को मनाया जाता है। यह त्योहार अधिकतर उत्तर प्रदेश और बिहार में मनाया जाता है। इस त्यौहार को उत्तर प्रदेश और बिहार की भाषा में खिचड़ी का त्यौहार कहा जाता है। इस त्यौहार पर खिचड़ी का लेनदेन करना और घर में खिचड़ी बनाना महत्व रखता है। मकर संक्रांति के दिन घर में रात के समय तिल के लड्डू और उबली हुई शकरकंदी जैसे लाजवाब और व्यंजनों को खाना होता है।
मकर संक्रांति और लोहड़ी आपस में अलग-अलग त्यौहार है और दोनों की अपनी-अपनी मान्यताएं हैं। दोनों ही भारत के प्रसिद्ध त्योहारों में माने जाते हैं।
आशा करता हूं कि आपको मकर संक्रांति और लोहड़ी के बीच के अंतर का फल आपको मिल गया होगा। दोस्तों उम्मीद करता हूं आपको मेरा यह लेख अच्छा लगा होगा और आप इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। धन्यवाद
– Difference Between Lohri and Makar Sankranti in Hindi 2021